हम सभी जानते हैं कि इस वर्ष 15 अगस्त 2024 को हमारे देश को आजाद हुए 75 वर्ष पूरे हो जाएंगे। आजादी के 75 साल पूरे होने से पहले 12 मार्च 2021 को केंद्र सरकार ने Aazadi Ka Amrit Mahotsav का आगाज किया था जो 15 अगस्त 2024 को समाप्त हो जाएगा। यहाँ हम आपको आजादी के अमृत महोत्सव का अर्थ, महत्व और उद्देश्य आदि के बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
अमृत महोत्सव की शुरुआत के लिए गुजरात की साबरमती को चुना गया है। यहीं से महात्मा गांधी के नेतृत्व में दांडी मार्च शुरू हुआ था। स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने तक यानि 15 अगस्त 2024 तक पूरे देश में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
देश के हर राज्य और हर केंद्र शासित प्रदेश के साथ-साथ भारतीय दूतावासों में भी कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने पर कार्यक्रमों के लिए 259 सदस्यों की एक उच्च स्तरीय राष्ट्रीय समिति का भी गठन किया गया है।
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आजादी का अमृत महोत्सव क्या है?
आजादी का अमृत महोत्सव एक उत्सव है जो हमारे देश की स्वतंत्रता का जश्न मनाने के लिए शुरू किया गया है। इस दिन उन यादों को ताजा किया जाता है जो आजादी के लिए घटी थी।
जिस तरह स्वतंत्रता दिवस के दिन आजादी का जश्न मनाया जाता है उसी तरह इस दिन उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों की यादों को ताजा किया जाता है जिन्होंने आजादी के लिए लड़ाई लड़ी।
साथ ही, इस दिन सभी स्वतंत्रता से संबंधित मुख्य स्थलों को दिखाया जाता है। आजादी के अमृत महोत्सव के जरिये उन सभी विस्मृत नायकों को याद किया जाता है जो इतिहास के पन्नों में कहीं छुपे हुए हैं।
आजादी के अमृत महोत्सव का अर्थ
आजादी के अमृत महोत्सव का अर्थ आजादी के अंतर्गत अनेक स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिकारियों के बलिदान को याद करना और उनके बलिदानों को अमृत के रूप में मानना। स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को अमृत कहा गया है।
जिन्होंने ने भी हमारे देश के लिए योगदान दिया है उन सभी लोगों को अमृत के समान माना गया है।
देश की आजादी के लिए बलिदान देने वाले लोगों को अमृत मानते हुए स्वतंत्रता को आजादी का अमृत कहा जाता है।
इसलिए आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर एक बहुत बाद उत्सव का आयोजन किया जायगा जिसे आजादी का अमृत महोत्सव कहते हैं।
आजादी के अमृत महोत्सव का महत्व
आजादी के अमृत महोत्सव की शुरुआत हमारे देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मार्च 2021 को की थी क्योंकि इसी दिन 12 मार्च 1930 को महात्मा गांधी ने दांडी मार्च आंदोलन शुरू किया था। यह आंदोलन 6 अप्रैल 1930 तक चला था।
इसके दौरान महात्मा गांधी ने साबरमती से अरब सागर तक 78 अनुयायियों के साथ 241 मील की यात्रा की थी। इस यात्रा का उद्देश्य गांधी और उनके समर्थकों द्वारा समुद्र के पानी से नमक बनाकर ब्रिटिश नीति का उल्लंघन करना था।
Azadi Ka Amrit Mahotsav
यह त्यौहार उन नायकों की कहानियों को जीवंत करता है जिनके बलिदान ने हमारे लिए स्वतंत्रता को एक वास्तविकता बना दिया है। आजादी का अमृत महोत्सव दुनिया में भारत के अद्वितीय योगदान को जीवंत करने में मदद करता है।
अमृत महोत्सव पिछले 75 वर्षों में भारत द्वारा की गई तीव्र प्रगति का जश्न मनाता है। यह उत्सव हमें अपनी छिपी शक्तियों को फिर से खोजने के लिए प्रोत्साहित करता है और हमें राष्ट्रों के समूह में अपना सही स्थान हासिल करने के लिए ईमानदार, सहक्रियात्मक कार्रवाई करने के लिए प्रेरित करता है।
इस महोत्सव के तहत देश की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में तरह-तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें देश की विभिन्न संस्कृतियों और सभ्यताओं के लोग नजर आएंगे. विभिन्न नृत्य कला और गायन कला देखने को मिलेगी। आपको देश की कला संस्कृति देखने को मिलेगी।
हमने आपको आजादी के अमृत महोत्सव के बारे में क्यों बताया?
इसलिए, क्योंकि हम सब आज की पीढ़ी हैं और हमने गुलामी नहीं देखी। इसलिए हमें आजादी की कोई कीमत नहीं पता। स्वतंत्रता प्राप्त करने में हमारे पूर्वजों ने जो बलिदान दिए हैं वो सब हमारे देश की नयी पीढ़ी को पता होना जरूरी है।
अंग्रेजों ने लगभग 200 वर्षों तक हमारे देश पर शासन किया था। इस बीच हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने उनके कितने जुल्म सहे हैं ये हमें पता होने जरूरी हैं तभी हम अपने देश के प्रति जागरूक होंगे।
एक समय ऐसा भी था जब हमारे देश को सोने की चिड़िया कहा जाता था लेकिन अंग्रेजों ने हमारे देश को छलनी कर दिया।
यह आजादी हमें कई वर्षों के संघर्ष और बलिदानों से मिली है। आजादी के अमृत महोत्सव के बारे में जागरूक होकर हमें उन सभी बलिदानों और संघर्षों को याद करके अपने देश को उन्नति की राह लेकर चलने का जज्बा मिलता है।
निष्कर्ष,
इसलिए हमने आपको आजादी का अमृत महोत्सव के बारे में बताया। हम ही नहीं, भारत सरकार भी बड़े पैमाने पर आजादी के अमृत महोत्सव को बढ़ावा दे रही है ताकि ज्यादा से ज्यादा इस उत्सव से जुड़ सके और जागरूक हो सके।
अब आपको पता चल गया होगा कि, Aazadi Ka Amrit Mahotsav क्या है, इसका अर्थ, महत्व और उद्देश्य आदि। हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी।
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