भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने अहमदाबाद में देश की पहली बुलेट ट्रेन की नींव रखी। 2024 तक भारत में बुलेट ट्रेन चल जाएगी। आइए जानते हैं बुलेट ट्रेन क्या है? इस पोस्ट में हम जो बुलेट ट्रेन के बारे में जानकारी शेयर कर रहे हैं, वो आप सभी यूजर्स के लिए महत्वपूर्ण है। तो चलिए जानते हैं, Bullet Train Kya Hai? What is Bullet Train in Hindi.
आपने बुलेट ट्रेन का नाम तो सुना ही होगा, अगर आपको बुलेट ट्रेन के बारे में नहीं पता है तो इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको बुलेट ट्रेन के बारे में सबकुछ पता चल जाएगा।
क्योंकि इस पोस्ट में हम आपको बुलेट ट्रेन के बारे में पूरी जानकारी बताने वाले हैं। जैसे कि बुलेट ट्रेन क्या है, बुलेट ट्रेन किसे कहते हैं, बुलेट ट्रेन कब बनी, भारत में बुलेट ट्रेन कब चलेगी और दुनिया की सबसे तेज बुलेट ट्रेन कौन सी है इत्यादि।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बुलेट ट्रेन की शुरुआत करने के बाद लगभग हर बार थे बुलेट ट्रेन के बारे में जानने का इच्छुक है। इसलिए हम इस पोस्ट में अपने भारतीय ऑडियंस के लिए बुलेट ट्रेन की जानकारी शेयर कर रहे हैं।
Table of Contents
- बुलेट ट्रेन क्या है? (What is Bullet Train in Hindi)
- बुलेट ट्रेन की परिभाषाएं।
- बुलेट ट्रेन की विशेषताएं।
- बुलेट ट्रेन के क्या-क्या फायदे हैं?
- बुलेट ट्रेन को लेकर कुछ महत्वपूर्ण सवाल।
- बुलेट ट्रेन की शुरुआत कब हुई?
- पहली बार बुलेट ट्रेन कब और कहां चली?
- दुनिया की सबसे तेज गति वाली ट्रेन कौनसी है?
- बुलेट ट्रेन की स्पीड कितनी होती है?
- दुनिया में किस-किस देश में बुलेट ट्रेन है?
- भारत में बुलेट ट्रेन की शुरुआत कब हुई?
- बुलेट ट्रेन भारत में कब चलेगी?
- भारत की सबसे तेज गति वाली ट्रेन
- निष्कर्ष,
बुलेट ट्रेन क्या है? (What is Bullet Train in Hindi)
तेज गति से चलने वाली ट्रेनों को बुलेट ट्रेन कहते है। 200 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज चलने वाली पब्लिक की यातायात रेल बुलेट ट्रेन कहलाती है। बुलेट ट्रेन को हाई स्पीड ट्रेन भी कहा जाता है।
यानी कि 150-250 मील प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली ट्रेनें बुलेट ट्रेन की श्रेणी में आती है। बुलेट ट्रेन की शुरुआत जापान ने की थी, लेकिन आज कई सारे देशों में बुलेट ट्रेन उपलब्ध है।
जापान में जब पहली बार हाई स्पीड ट्रेन चलाई गई और उसकी रफ्तार की तुलना गोली से की गई। गोली यानी कि बुलेट, इसलिए तेज गति से चलने वाली ट्रेन का नाम बुलेट ट्रेन पड़ गया।
अंतरराष्ट्रीय रेल संघ के मुताबिक तीव्र गति रेल वह रेल है जो अपने लिए ही निर्धारित रेल पथ पर 250 किलोमीटर प्रति घंटा से चलती है और अपग्रेडेड सामान्य रेल पथ पर 200 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज चलती है।
सामान्यत: बुलेट ट्रेन की गति 250 से 300 किलोमीटर प्रति घंटा की होती है। सबसे तेज चलने वाली बुलेट ट्रेन का रिकॉर्ड 581 किलोमीटर प्रति घंटा का है।
बुलेट ट्रेन की परिभाषाएं।
Bullet train definitions: हम आपको ऊपर पहले ही बता चुके हैं कि बुलेट ट्रेन क्या है, किस ट्रेन को बुलेट ट्रेन कहा जाता है और क्यों? लेकिन इसकी भी कई सारी परिभाषाएं हैं। जो इस प्रकार है:-
- Infrastructure: हाई स्पीड यात्रा के लिए विशेष रूप से निर्मित ट्रेन।
- Minimum Speed Limit: बुलेट ट्रेन की रफ्तार150-250 किलोमीटर प्रति घंटा की होती है।
- Operating Conditions: पूरी तरह से अनुकूलता, सुरक्षा और सेवा की गुणवत्ता के लिए रोलिंग स्टॉक को अपने बुनियादी ढांचे के साथ बनाया जाता है।
High-speed rail में 3 श्रेणियां होती हैं।
- श्रेणी I: नई पटरियों को विशेष रूप से उच्च गति के लिए बनाया जाता है। चीन पर कम से कम 250 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से रेल चल सके।
- श्रेणी II: मौजूदा पटरियों को विशेष रूप से उच्च गति के लिए Upgrade किया जाता है। जिससे ट्रेन कम से कम 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सके।
- श्रेणी III: मौजूदा पटरी को विशेष रूप से उच्च गति के लिए उन्नत किया जाता है। जिससे ट्रेन 200km/hour की रफ्तार से चल सके, लेकिन कुछ वर्गों के लिए कम सभी कार्य गति, जैसे कि शहरी क्षेत्रों से होकर गुजरना।
बुलेट ट्रेन की विशेषताएं।
Bullet train में सामान्य ट्रेन की तुलना में अधिक सुविधाएं होती हैं। जैसे कि व्हीलचेयर वाले यात्रियों के लिए दो अतिरिक्त शौचालय होते हैं। महिलाओं के लिए स्तनपान कराने के लिए और बीमार यात्रियों के लिए मल्टी पर्पल रूम होते हैं।
बच्चों के लिए अलग टॉयलेट सीटें और वेस्टइंडीज स्टाइल के शौचालय भी होते हैं। मनोरंजन के लिए LCD लगाई जाती है। चार्जिंग के लिए USB सेवा में मिलती है।
बुलेट ट्रेन में विमान की तरह ही ई-लेदर सीट जैसी कई सारी विशेषताएं होती हैं। इसलिए हम इसमें मिलने वाली सुविधाओं को विमान से कोम्परे कर सकते हैं।
बुलेट ट्रेन के क्या-क्या फायदे हैं?
वैसे तो Bullet train के फायदे बहुत सारे हैं। लेकिन हम यहां आपको बुलेट ट्रेन के फायदों के बारे में बता रहे हैं।
- विमान की तुलना में सस्ती यात्रा: विमान की हवाई यात्रा की तुलना में बुलेट ट्रेन की यात्रा सस्ती होती है।
- शॉर्ट रेंज के फायदे: आमतौर पर छोटे शहरों में जाने के लिए लंबी हवाई यात्रा करनी पड़ती है, इसीलिए बुलेट ट्रेन से शार्ट रेंज पैसेंजर को फायदा है।
- बैठने की क्षमता और आवृत्ति: बुलेट ट्रेन में 1000 से ज्यादा लोग बैठ सकते हैं। इसकी बैठने की क्षमता विमान से ज्यादा होती है।
- शोर प्रदूषण: एयरपोर्ट पर शोर प्रदूषण बहुत ज्यादा होता है। हवाई जहाज एक रेल की तुलना में बहुत ज्यादा शोर प्रदूषण पैदा करता है।
- देरी की समस्या खत्म: सामान्य ट्रेनों के होने की समस्या ज्यादा होती है। जापान में बुलेट ट्रेन के आने में देरी की समस्या 1 मिनट के आस पास होती है।
- कई स्टॉप की सेवा करने की क्षमता: विमान को एक स्टाफ से दूसरे स्टॉप पर से माल धरने उठाने में बहुत ज्यादा समय लगता है जबकि बुलेट ट्रेन इसमें सब कुछ मिनटों का समय लेती है।
- इंधन की बचत: एरोप्लेन की हवाई यात्रा में एक बुलेट ट्रेन की तुलना में अधिक धन खर्च होता है और ट्रेन में ट्रेन की तुलना में अधिक की यात्री भी सफर कर सकते हैं।
बुलेट ट्रेन को लेकर कुछ महत्वपूर्ण सवाल।
यहां पर मैं आपको बुलेट ट्रेन को लेकर पूछे जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण सवाल और उनके जवाब बता देता हूं। इन सवालों के जवाब लगभग हर कोई जानना चाहता है। जैसे कि.
बुलेट ट्रेन की शुरुआत कब हुई?
बुलेट ट्रेन की शुरुआत भारत से हजारों किलोमीटर दूर एक देश ने 1927 में ही शुरू कर दी थी। उस देश का नाम है जापान। जी हां, दुनिया में सबसे पहले बुलेट ट्रेन चलाने वाला जापान सबसे पहला देश है।
जापान, जिसकी राजधानी टोक्यो संसार का सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला और सबसे अमीर शहर है और इसे बेहतरीन परिवहन तंत्र के लिए ही जाना जाता है।
पहली बार बुलेट ट्रेन कब और कहां चली?
जापान में सबसे पहले 1964 में बुलेट ट्रेन चलाई गई थी। इसकी परिकल्पना जापान ने 1930 में ही कर ली थी। इसकी रफ्तार की तुलना गोली से की गई, गोरी रानी की बुलेट, इसीलिए इसे बुलेट ट्रेन नाम दिया गया।
वहीं जापान में इसे लोग बुलेट शिनकाशेन यानी “नई मेन लाइन” कह कर पुकारते हैं। जापान में सबसे तेज व्यवसायिक बुलेट ट्रेन अभी 320 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलती है।
दुनिया की सबसे तेज गति वाली ट्रेन कौनसी है?
फिलहाल सबसे तेज बुलेट ट्रेन चीन में है। इस ट्रेन का नाम है शंघाई मैग्लेव। शंघाई मैग्लेव बुलेट ट्रेन की रफ्तार 268 किलोमीटर प्रति घंटा है। यह विश्व में सबसे तेज चलने वाली ट्रेन है।
हालांकि जापान ने अपनी सबसे तेज चलने वाली Bullet train का ट्रायल शुरू कर दिया है। यह ट्रेन 400 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ सकती है।
बुलेट ट्रेन की स्पीड कितनी होती है?
सामान्यत: बुलेट ट्रेन की स्पीड 150-250 किलोमीटर प्रति घंटा होती है।
दुनिया में किस-किस देश में बुलेट ट्रेन है?
वर्तमान समय में दुनिया भर में कई सारे देश में बुलेट ट्रेन चल चुकी है। जिनमें जापान, बेल्जियम, चीन, डेनमार्क, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, इटली, जापान, मोरक्को, नीदरलैंड, नॉर्व, पोलैंड, सऊदी अरब, दक्षिण कोरिया, स्पेन, स्वीडन , यूनाइटेड किंगडम , संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस और उजबेकिस्तान शामिल है।
भारत में बुलेट ट्रेन की शुरुआत कब हुई?
14 सितंबर 2024 को भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने जापान के पीएम शिंजो आबे के साथ अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन की नींव रखी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 15 अगस्त 2024 तक इसकी शुरुआत करने का वादा भी किया है।
बुलेट ट्रेन भारत में कब चलेगी?
भारत की केंद्र की मोदी सरकार ने यह तय किया है कि 2030 की जगह बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को 15 अगस्त 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा। मतलब भारत में 15 अगस्त 2024 तक बुलेट ट्रेन चलने की संभावना है।
भारत की सबसे तेज गति वाली ट्रेन
वर्तमान समय में, गतिमान एक्सप्रेस 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली भारत की सबसे तेज ट्रेन है। इससे पहले भारत की सबसे तेज रेलगाड़ी शताब्दी एक्सप्रेस थी भोपाल की शताब्दी एक्सप्रेस थी।
निष्कर्ष,
इस पोस्ट में हमने बुलेट ट्रेन क्या है, बुलेट ट्रेन की परिभाषा, बुलेट ट्रेन की विशेषता, बुलेट ट्रेन के फायदे और नुकसान और बुलेट ट्रेन से जुड़े सवाल जवाब के बारे में जाना।
हमें उम्मीद है कि आपको बुलेट ट्रेन की जानकारी वाला यह आर्टिकल पसंद आया होगा और अब आपको Bullet train के बारे में बहुत कुछ मालूम हो गया होगा।
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