दिवाली पर निबंध – Essay on Diwali in Hindi 2024

दिवाली भारत के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। यह त्यौहार पूरे भारत में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। यहां हम दिवाली पर निबंध लेकर आए हैं जिनसे आपको, दिवाली क्यों मनाते हैं? दीपावली (का अर्थ) मनाने का कारण, दिवाली का महत्व? आदि पता चलेगा। साथ ही स्कूल, कॉलेजों के छात्र भी यहां से अपनी आवश्यकता के अनुसार दीपावली पर हिन्दी निबंध चुन सकते हैं। Happy Diwali Essay in Hindi 2024.

Diwali Essay in Hindi

स्कूल और कॉलेजों के छात्र दिवाली पर निबंध खोजते हैं क्योंकि दिवाली के त्यौहार पर दिवाली पर निबंध लेखन प्रतियोगिता होती है इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाला हर छात्र अच्छा निबंध लिखने की कोशिश करता है यदि आपको भी इस दिवाली निबंध लिखना है तो इस आर्टिकल में दिए गए दिवाली पर हिंदी निबंध आपके लिए उपयोगी साबित हो सकते हैं।

इसके अलावा हमारे द्वारा उपलब्ध कराए गए Essay on diwali in hindi आम लोगों को भी दीवाली के त्यौहार से पूरी तरह अवगत कराते हैं। ऐसे बहुत से लोग हैं जो दिवाली मनाते तो हैं लेकिन यह नहीं जानते हैं कि हम दिवाली क्यों मनाते हैं? उनके लिए भी यह आर्टिकल मददगार साबित हो सकता हैं।

खैर, आप Diwali essay in hindi आर्टिकल पर आ ही गए हैं तो शायद आपको दिवाली पर निबंध हिंदी में चाहिए। सही कहा, तो पढ़ते रहिए।

दिवाली पर निबंध – Diwali Essay in Hindi 2024, Essay on Diwali in Hindi

हैप्पी दिवाली निबंध हिंदी में 2024, दिवाली पर हिन्दी निबंध, दीपावली का निबंध हिंदी, बच्चों के लिए दिवाली के त्योहार पर निबंध, स्कूल एवं कॉलेजों के विद्यार्थियों, छात्रों के लिए दिवाली पर आसान निबंध, बुराई पर अच्छाई का प्रतीक रोशनी का त्यौहार दिवाली के लिए निबंध।

Happy Diwali 2024 essay in hindi, Best Essay on diwali in hindi language for 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 class students, Short and simple essay on diwali festival in hindi for kids, Diwali par nibandh hindi mein, Sample essay on Deepavali 2024 in hindi.

शिक्षकों ओर छात्रों के लिए दिवाली पर हिन्दी निबंध

दिवाली या दीपावली भारत में मनाया जाने वाला सबसे बड़ा त्यौहार है। यह हिंदुओं का त्योहार है। इस त्यौहार को भारतवर्ष में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। यह त्यौहार दशहरा के ठीक 20 दिन बाद पड़ता है। हर साल अक्टूबर या नवंबर आता है। ऐसा माना जाता है कि भगवान् राम के १४ साल बाद वनवास से लौटने की ख़ुशी में दिवाली का त्यौहार मनाया जाता हैं।

जिस दिन राम ने रावण का वध किया था उस दिन को दशहरा के रूप में मनाया जाता हैं। रावण के वध के २० दिन बात राम अपने घर लौट आये। उसी दिन भगवन राम के स्वागत में दीपक और रौशनी से घरों को सजाया गया। तब से लेकर आज भी ठीक वैसे ही आज भी हम अपने घरों को दिवाली से पहले रौशनी से सजाते हैं।

इस दिनों ऐसा महसूस होता है मानो भगवान् राम फिर से घर लौट रहे है। दिवाली पर सभी नए कपडे पहनते है। घरों में मिठाई बनाई जाती है। दिवाली के २ दिन पहले धनतेरस आता है। हिन्दू लोग धनतेरस के दिन कुछ खरीदना शुभ मानते हैं। दिवाली के दिन लक्ष्मी की पूजा की जाती हैं। यह त्यौहार बच्चों में बहुत ख़ुशी लाता हैं। लड़कियां इस दिन रंगोली बनाती हैं।

लेकिन आज की दिवाली पहले जैसी दिवाली बिलकुल नहीं रही है क्योंकि दीवाली दीपों का त्योहार है और वर्तमान दिवाली में जियो का बहुत ही कम इस्तेमाल देखने को मिलता है। अब लोग दीपक की बजाए रोशनी के लिए इलेक्ट्रॉनिक लाइट का उपयोग करते हैं। पटाखों का बहुत ज्यादा प्रयोग होने लगा है जिससे भारी प्रदूषण फैलता है। पटाखों को कई जगह प्रतिबंध भी किया गया है लेकिन फिर भी लोग नहीं मानते हैं।

हमें ऐसा नहीं करना चाहिए। दिवाली खुशी का त्योहार है हमें यह त्योहार मिलजुलकर ख़ुशी से मनाना चाहिए। बहुत से गरीब लोग हैं जिनके पास पटाखे तो क्या दिए खरीदने के लिए भी पैसे नहीं है। आप जितने पैसे पटाखों में बर्बाद करते हैं उतने ही पैसे किसी गरीब को दे सकते हैं ताकि वह खुशी से दिवाली मना सकें।

विध्यार्थियों के लिए दिवाली पर निबंध 150 शब्दों में

दिवाली का त्योहार हर साल कार्तिक माह की अमावस्या को मनाया जाता है। यह हिंदुओं का एक प्रसिद्ध धार्मिक और सामाजिक पर्व है। इस दिन भगवान श्री राम 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे। उनके आने की खुशी में लोगों ने दीपक जला कर उनका स्वागत किया था।

दीपावली का अर्थ है दीपों की पंक्ति। दीपावली के कुछ दिन पहले से ही लोग अपने घरों की सफाई और पुताई करने में लग जाते हैं। बाजारों में कुछ दिन पहले से ही मिठाइयां, खिलौने, पटाखे, दीए आदि की दुकानें सजने लगती हैं।

यह त्यौहार 5 दिन तक चलता है। हर तरफ से सफाई, सजावट और हजारों दीपों की रोशनी की जाती है। लोग लक्ष्मी जी की पूजा करते हैं। सभी नए कपड़े पहनते हैं। पटाखे फोड़ते हैं।

Long and Short Essay on Diwali in Hindi for Students

दीपावली दीपों का पर्व है। दीपावली का शाब्दिक अर्थ है – दीपों की या अवली माला। दीपावली के त्योहार पर हर घर के सामने दीपों की माला सजाई जाती है। यह त्योहार हर साल कार्तिक अमावस्या को मनाया जाता है। अमावस्या के घोर अंधकार मे दीपों की माला बड़ी प्यारी लगती है। शाम होते ही दिए जलाए जाते हैं।

जहां पर लाइट उपलब्ध है वहां पर भी बल्ब होने के बावजूद लोग दीए जलाते हैं। दिवाली की रात लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है। पूजा के बाद मिठाईयां बांटी जाती हैं। पटाखे फोड़े जाते हैं। बच्चों को आतिशबाजी में बड़ा मजा आता है। दीपावली में हर तरफ आनंद ही आनंद होता है।

लेकिन कभी-कभी दुखद घटनाएं भी घट जाती हैं। असावधानी के कारण पटाखे जलाते समय बच्चों के हाथ पैर जल जाते हैं। पटाखे कई जगह पर आग लगने के कारण भी बनते हैं। पटाखों की आतिशबाजी में लाखों रुपए व्यर्थ जलकर कर खाक हो जाते हैं।

दिवाली के इस पावन अवसर पर इन सभी बुरी चीजों से बचना चाहिए। इसे सभी के साथ मिलजुल कर खुशी के साथ मनाएं। दिवाली का त्यौहार दरिद्रता के घोर अंधकार को दूर करने के लिए आता है। हम सब एक दूसरे को दीपावली की बधाई देते हैं।

“शुभ दीपावली

Happy Diwali”

10 Lines Essay on Diwali in Hindi for Kids

1. भारत में कई त्योहार हैं। उन्हीं में से एक, दिवाली हिंदुओं का एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्यौहार है।

2. दिवाली को रोशनी का त्योहार भी कहा जाता है।

3. दीपावली (दिवाली) हर साल कार्तिक के महीने में पड़ती है।

4. यह खुशियों का त्योहार है।

5. दिवाली के त्यौहार के दिन पुरुष, महिलाएं, लड़के, लड़कियां, बूढ़े और जवान हर कोई कुछ दिखता है।

6. दिवाली के अवसर पर लोग अपने घरों की सफाई और सफेदी करते हैं।

7. लोग मिठाई, खिलौने और कई अन्य चीज खरीदते हैं।

8. महिलाएं विशेष भोजन तैयार करती हैं।

9. रात में लोग दीपक और मोमबत्तियां जलाते हैं जिन्हें पंक्तियों में रखा जाता है।

10. रात में लोग धन की देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं।

दिवाली भारत के सबसे बड़े और प्रभावशाली त्योहारों में से एक हैं। यह त्यौहार अंधकार पर प्रकाश की विजय को दर्शाता है। इसे सिख, बोद्ध तथा जैन धर्म के लोग भी मनाते हैं। माना जाता है कि दीपावली के दिन भगवान राम अपने 14 वर्ष के वनवास से लौटे थे।

दिवाली के त्योहार से कुछ दिन पहले ही लोग अपने घरों को सजाने और इस त्यौहार की तैयारियों में जुट जाते हैं इस अवसर के दौरान बाजार पूरी तरह से सजे हुए और लोगों की भीड़ से भरे हुए होते हैं।

यह भी पढ़ें:-

अगर आपको दिवाली पर निबंध पसंद आए और उपयोगी लगे तो सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें।

Avatar for Jamshed Khan

About Jamshed Khan

मैं इस ब्लॉग का एडिटर हु और मुझे लिखने का बहुत शौक है। इस ब्लॉग पर मैं एजुकेशन और फेस्टिवल से रिलेटेड आर्टिकल लिखता हूँ।

Reader Interactions

Comments (3)

  1. Avatar for MananManan

    Thank you very much.

  2. Avatar for Lata ParmarLata Parmar

    Thanks for sharing .

  3. Avatar for Chaudhary anil jaatChaudhary anil jaat

    अच्छा निबन्ध लिखा है आपने बहुत कुछ सीखने को मिला है।

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I need help with ...