एक निडर जादूगर की प्रेरणादायक कहानी

एक दिन चिंता ने चिता से मुस्कुराते हुए कहा, तू मुर्दों को जलाती है मैं जिन्दों को जलाती हूँ, तू एक बार जलाती है लेकिन मैं हर रोज जलाती हूँ, तू विदा कर देती है, मैं जकड़ लेती हूँ, तू मौत से जुड़ी हुई है मैं जिंदगी से जुड़ी हूँ, तू आखरी सत्य है मैं पहला सत्य हूँ। चिंता से कभी किसी समस्या का हल नहीं निकलता। अगर बड़ी से बड़ी समस्या के समय भी मन शांत और स्थिर रखा जाए तो समस्या का समाधान (solve the problem) जरूर मिलता है। आज हम आपके साथ एक निडर जादूगर (fearless magician) की प्रेरणादायक कहानी शेयर कर रहे हैं जिसे पढ़ने के बाद आपको बड़ी से बड़ी समस्या का सामना करने की सीख मिलेगी।

Inspirational story of magician

एक बार एक राजा ने अपने राज्य में शानदार आयोजन कराया। दूर-दूर से कलाकार बुलाये गये, एक जादूगर (magician) भी आया। जादूगर ऐसा कि लोग उसका जादू देखकर भंग रह जाते। उस आयोजन में सभी अपना-अपना हुनर दिखा रहे थे। जादूगर ने सोचा कि आज ऐसी जादूगरी दिखाऊंगा कि सब मुझ पर आश्चर्य करेंगे।

फिर क्या उसने, राजा का सोने का मुकुट ही गायब कर दिया लोग हैरान रह गए लेकिन राजा इस बात से नाराज हो गया और उसने उसी वक्त जादूगर को मौत की सजा सुना दी। जैसे ही, यह खबर जादूगर की पत्नी को मिली, वो रोती हुई महल में आ पहुंची।

एक जादूगर की कहानी (Motivational Story of a fearless Magician)

जादूगर ने अपनी पत्नी को समझाया, रोते क्यों हो अभी तो 5 दिन बाकी है इन दिनों में न जाने क्या -क्या हो जाएगा। बीवी को लगा कि मौत की खबर से उसका पति पागल हो गया। आखिरकार, मृत्यू दंड का दिन भी आ गया। जादूगर ने जोर-जोर से रोना शुरू कर दिया। राजा ने रोने का कारण पूछा तो magician ने कहा,

मुझे मौत से डर नहीं लग रहा, मैं मर गया तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा पर एक बहुत बड़ा नुकसान हो जाएगा, मैं पिछले 2 साल से एक घोड़े को उड़ना सिखा रहा हूँ, अगले एक साल में वो घोड़ा उड़ना सीख जाता पर एक वर्ष तो क्या मेरे पास तो एक मिनट का समय भी नहीं बचा।

उड़ने वाले घोड़े के बारे में सुनकर राजा ने सोचा, अगर मेरे पास उड़ने वाला घोड़ा होगा तो मेरी शान क्या होगी, मैं तो पूरी दुनिया में प्रसिद्ध बन जाऊंगा, राजा को लालच आने लगा। राजा ने तुरंत जादूगर से कहा, अगर मैं तुम्हें एक वर्ष का और समय दे दूँ तो।

जादूगर ने जवाब दिया, तो महाराज मैं वो उड़ने वाला घोड़ा आपको भेंट दे दूंगा। राजा ने कहा, अगर घोड़ा उड़ा तो तुम आजाद हो और अगर नहीं उड़ा तो एक साल के बाद तुम्हें फांसी पर चढ़ा दिया जाएगा।

जादूगर आजाद होकर खुशी- खुशी अपने घर लौटा। घर जाकर देखा तो उसके घर में मातम चल रहा था, सब ने ये मान लिया था कि जादूगर को मौत की सजा मिल चुकी होगी। लेकिन जादूगर को सामने देखकर सब आश्चर्यचकित रह गए।

जादूगर ने अपने परिवार को सारी बात बताई जिसे सुनकर वे पहले तो खुश हुए लेकिन फिर उदास हो गए क्योंकि वे जानते थे कि ऐसा कोई घोड़ा है ही नहीं और जब राजा को इस बात का पता चलेगा तो किसी भी वक्त जादूगर को मृत्यू दंड दे दिया जाएगा।

Magician ने अपने परिवार वालों को समझाया और कहा कि एक वर्ष बहुत लम्बा समय होता है, क्या पता इस एक साल में क्या-क्या घटित हो जाए। जो पल है उसे तो जी लिया जाए।

हुआ भी कुछ ऐसा ही, कुछ महीने बाद ही राजा की मौत हो गयी। अब कौनसा घोड़ा और किस बात का मृत्यू दंड। अब जादूगर बिलकुल आजाद था।

अंतिम शब्द,

याद रखिये, समस्या चाहे जितनी भी बड़ी हो, हर समस्या का समाधान उसी में होता है बस हमें उसे खोजना होता है। इसलिए जिंदगी में चाहे कितनी भी बड़ी परेशानी आ जाए, उससे घबराए नहीं। कभी भी, किसी भी कीमत पर हार न मानें, आखरी सांस तक कोशिश करें।

जीवन में समस्याएं आती रहेंगी, लेकिन उन समस्याओं को लेकर चिंता करने से कुछ नहीं होगा, परेशानियों के खत्म होने का इन्तजार करने से कुछ नहीं होगा, आपको उन समस्याओं का समाधान खोजना होगा तभी आप चिंतामुक्त और आजाद हो सकते हैं।

जिस तरह जादूगर (magician) ने अपनी मौत की खबर सुनने के बाद भी चिंता नहीं की, बल्कि इतनी बड़ी परेशानी का समाधान खोज निकाला उसी तरह आपकी लाइफ में यदि कोई ऐसी परेशानी आ जाए तो उससे डरे नहीं, बल्कि उसे हल करने के बारे में सोचें।

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