सफलता पर हिंदी कविता: इस पोस्ट में मैं आपके साथ महान कवियों के द्वारा लिखी गई कुछ सफलता पर हिंदी कविता शेयर कर रहा हूं जो आपके अंदर सफलता पाने के लिए एक नया जोश भर सकती है। आईये पढ़ते है Poems on success in Hindi जो आपको कामयाब होने के लिए मजबूर कर दें।
तुझे लगता है की तू हार गया मन ही मन अपने सपनों को मार गया. क्यों नाकामियों की डाल पर झुलना चाहता है क्यों तू अपने सपनों को भूलना चाहता है.
अपनी क्षमताओं को पहचानता भी नहीं अगर बिलगेट्स भी तेरे जैसा सोचता तो आज तू माइक्रोसॉफ्ट को जानता भी नहीं. अपने गम को आंसुओं के संग पी रहे है सिर्फ जिंदा रहने के लिए तो दुनिया में करोड़ो लोग जी रहे है.
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इस दुनिया में रहकर तुझको लड़ना होगा और अपना नाम इस करोड़ो की भीड़ से अलग करना होगा.
कुछ नहीं बन पाएगा अगर ऐसे ही डरेगा दुनिया मुट्ठी में होगी जब कुछ बड़ा करेगा.
अगर सफल बनना इतना आसान होता तो आज सभी ऐसा करते, कोई काम करता है तो कोई बड़ी बड़ी बातें करता है.
एक स्कूटर पर चलने वाला भी एयरप्लेन खरीदने के सपने देखता है.
अपने सपनों की रोटी को मेहनत के तवे पर सेका, ऐसा ही एक सपना धीरू भाई अंबानी ने भी देखा.
फैलियर के सामने कभी झुके नहीं, कितनी बार गिरे लेकिन रूके नहीं, कामयाबी की सीढ़ियाँ चड़ते रहें, हार्ड वर्क से अपनी मंजिल की तरफ बढ़ते रहें.
उनकी कामयाबी को सब ने सलाम किया, रिलायंस जिओ ने न जाने कितनी कंपनियों को नीलाम किया.
खाली हाथ बैठे रहने से कुछ नहीं मिलेगा, कोई नहीं देगा तुझे भीख, कामयाब होना है तो धुप में जलना सीख, ठंड में ठिठुरना सीख, आग में जलना सीख, कांटो पर चलना सीख.
भूखा प्यासा भी रहना पड़ेगा, फैलियर के साथ भी बहना पड़ेगा, वक्त अगर मुश्किल हो तो खुद से ये कहना पड़ेगा I’m the best.
इसी बात पर अर्ज किया है की आये जब आंधियां तुझको न हिला सके, आये जब बारिश तुझको न भीगा सके, आग जो आये तो तुझको न जला सके, तुझमे है वो बात की कोई तुझको न हरा सके, खाक में मिल जाए सभी कोई तुझको न मिटा सके, ऐसा बन के दिखा मेरे भाई की दुनिया तुझको न भुला सके।
तेरे हाथ में है जीना मरना, सपनों के लिए बहां खून पसीना, उठे बिना कैसे चलेगा, चले बिना कैसे बढ़ेगा, नाम बनेगा करेगा मेहनत, होगी तुझ पर उसकी भी रहमत, दौलत मिलेगी शौहरत मिलेगी, इस दुनिया की हर चीज मिलेगी।
वक्त की तू करेगा इज्जत,दुनिया तेरे साथ चलेगी हाथ में ले सब लड़कियां, भूल जा सब कड़कीयां, भूल जा सारी गर्मियां चाहे सर्दियाँ, तूने मुश्किल को हल कर दिया, जिस दिन तू हो जाएगा काबिल, फिर नाम होगा तेरा इतिहास में शामिल।
न कोई जात न कोई धर्म कुछ करके दिखाओ अब छोड़ दो शर्म.
मेरे दोस्त मेरे भाई मेरे यार तेरी कामयाबी का तू ही है जिम्मेदार, क्या करेगा रब खुद न करेगा जब काम.
पहचान अपनी खो ना नहीं पा ना लो सपनो को तब तक सोना नहीं रोना नहीं, तुम फैलियर से डरना नहीं तुम डरना नहीं मुश्किलों से, जान हो तब तक भागते रहो और जागते रहो.
भूल जाओ गर्लफ्रेंड ना कोई दोस्त काम आएगा ना कोई फ्रेंड, कुछ अलग करोगे तो नाम बनेगा.
खुशी होगी मुझे उस दिन जब तुम अपने दम पर कमाओगे, 100, 100 रूपयें के लिए कब तक माँ-बाप के सामने हाथ फैलाओगे.
अब लगाम लगा दो फेसबुक पर ध्यान मत दो तुम अपने लुक पर क्योंकि आज नहीं तो और कभी , करेंगे लोग गौर कभी.
बनूँगा कामयाब हा मन ने विश्वास है अब आलस से हु दूर बस जितने की प्यास है अब मन में ना गुरूर है अहंकार भी कोसों दूर है.
दुश्मन मेरे सरे जलने पर मजबूर है अब मैं क्या करूँ इसमें मेरा क्या कसूर है स्लो नहीं होना मुझे मंजिल थोड़ी दूर है.
आलस करने वालों का फंडा ये पुराना है मेरे पास रिजल्ट्स और उनके पास बहाना है करे जो मेहनत उसके पीछे अब जमाना है.
करो मेहनत तुम इतनी लगा दो सबकी लंका, करो खुद पर यकीन न रखना कोई शंका, बजेगा डंका हर तरफ बस तुम्हारे ही नाम का.
आशा करता हूं आपको ये कविता सफलता पाने ने के लिए प्रेरित करेंगी और कुछ करने के लिए मजबूर हो जायेंगे।
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इन कविताओं का अर्थ आप आसानी से समझ सकते है अगर आपको ये हिंदी कविता प्रेरणादायक लगे तो इन्हें अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।
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